मुंबई: रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई अन्य नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। रतन टाटा को हमेशा उनके बड़े और दूरदर्शी फैसलों के लिए याद किया जाएगा। आज हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।
Ratan Tata से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- रतन टाटा (Ratan Tata) की सबसे अच्छी बातों में से एक यह है कि उन्हें शराब पीना और धूम्रपान करना बिल्कुल पसंद नहीं था। कहा जाता है कि उन्हें शादी के लिए तीन बार प्रस्ताव मिले थे, लेकिन उन्होंने शादी नहीं की।
- रतन टाटा के दो भाई हैं, जिमी और नोएल। उनकी सौतेली मां, सिमोन टाटा, भी जीवित हैं।
- रतन टाटा (Ratan Tata) ने दक्षिण मुंबई के कैंपियन स्कूल, कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, और शिमला के बिशप कॉटन जैसे तीन प्रतिष्ठित संस्थानों में शिक्षा ग्रहण की।
- अपनी पढ़ाई के दौरान, संगीत उस्ताद जुबिन मेहता, बिजनेस मैग्नेट अशोक बिड़ला, राहुल बजाज और ड्यूक के मालिक दिनशॉ पंडोले जैसे कई बड़े नाम रतन टाटा के सहपाठी रहे हैं।
- रतन टाटा (Ratan Tata) के नेतृत्व में, टाटा समूह का राजस्व 1991 में 4 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2012 तक 100 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया था।
- उन्होंने टाटा समूह को उस ऊंचाई पर पहुंचा दिया है जहां अब यह ऑटोमोबाइल सेक्टर का एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुका है।
- रतन टाटा (Ratan Tata) वर्ष 1962 में टाटा इंडस्ट्रीज में एक सहायक के रूप में शामिल हुए थे। वह 29 वर्षों के बाद टाटा संस के अध्यक्ष बनने के शीर्ष पर पहुंचे।
- भारत सरकार ने 2008 में उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण, से सम्मानित किया था। रतन टाटा 2012 में टाटा संस के चेयरमैन के पद से रिटायर हुए।
- रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने 2000 में ब्रिटिश कंपनी टेटली का अधिग्रहण, 2007 में यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी कोरस का अधिग्रहण, और 2008 में ब्रिटिश कार कंपनी जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण किया।
- 1937 में जन्मे रतन टाटा के माता-पिता 1948 में अलग हो गए थे, जिसके बाद उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने उनका पालन-पोषण किया।