Thursday, April 17, 2025

Muzaffarnagar Viral Video: हिन्दू-मुस्लिम एंगल से वीडियो फैलाने वालों की बोलती बंद, पुलिस ने किया खुलासा…

Muzaffarnagar Viral Video: हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक स्कूल का वीडियो सामने आया था, जिसमें एक बच्चे को अन्य कुछ छात्र पीटते दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस विडियो को दो वर्गों के बीच का मसला बताया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने खुलासा किया है कि टेबल नहीं याद करने पर उसे दंड दिया गया है। NCPCR ने भी Muzaffarnagar Viral Video पर मामले का संज्ञान लिया है।

यह मामला मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल से है। स्कूल से जुड़ी वायरल वीडियो को लेकर यूपी पुलिस ने हाल ही में एक बयान जारी किया है। पुलिस का कहना है कि जाँच में पता चला है कि महिला टीचर ने छात्र द्वारा टेबल नहीं याद करने पर आठवीं के बच्चे की अन्य बच्चों से पिटाई लगवाई थी। इसको लेकर संबंधित विभाग विभागीय कार्रवाई करेगा।

पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से “थाना मंसूरपुर पुलिस को एक वीडियो का प्राप्त हुआ है, जिसमें एक महिला टीचर द्वारा एक बच्चे को टेबल नहीं याद करने पर उसके क्लास के अन्य बच्चों द्वारा थप्पड़ लगवाए जा रहे है। Muzaffarnagar Viral Video में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी भी की जा रही है। इस टिप्पणी के विषय में पुलिस के द्वारा गहनता से जाँच की गई।”

पुलिस ने आगे बताया, “स्कूल के प्रधानाचार्य से बात की गई तो ये तथ्य सामने आया कि महिला टीचर द्वारा ये डिक्लेयर किया गया था कि जिन मुस्लिम बच्चों की माँ, बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती है उन बच्चों की पढ़ाई का नाश हो जाता है। जो व्यक्ति यह वीडियो बना रहा है, वह इसकी पुष्टि करता है। इस संबंध में BSE को भी अवगत करा दिया गया है, साथ ही अन्य बच्चों के द्वारा जो मारपीट की जा रही है, उस संबंध में भी संबंधित टीचर के खिलाफ जल्द ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने लिया संज्ञान

वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग- NCPCR ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है। NCPCR के चीफ प्रियंक कानूनगो ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में कहा कि इस मामले में संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बच्चों का वीडियो आगे शेयर नहीं करने के लिए भी लोगों से कहा।

प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट करके कहा, “मामले का संज्ञान लेकर कार्यवाही के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सभी से निवेदन है कि बच्चे का इस वीडियो को आगे शेयर न करें। इस तरह की कोई घटना होती है तो उसकी जानकारी ईमेल द्वारा दें। बच्चों की पहचान उजागर करके कोई भी अपराध के भागी न बनें।”

Muzaffarnagar Viral Video को गलत ढंग से फैलाने वालों में दहशत

हालाँकि, Muzaffarnagar Viral Video को लेकर सोशल मीडिया पर अलग अलग ढंग से सियासत करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, कुछ लोग समाज में विभाजन पैदा और हिन्दू मुस्लिम नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई सामने आई तो नफरत फैलाने वालों के होश उड गए उन्हें गिरफ़्तारी का डर सताने लगा तो तुरन्त ही भ्रामक व झूठ फैलाने वाली पोस्ट झटपट से डिलीट कर डाली। इस मामले को लेकर फेक न्यूज फैलाने वाला जुबैर भी अपने X अकाउंट से वीडियो डिलीट कर भागा।

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