Neeraj Chopra Statue: मेरठ शहर के अतिव्यस्त रहने वाले चौराहे हापुड़ अड्डे पर ओलंपियन नीरज चोपड़ा की मूर्ति(Neeraj Chopra Statue) का भाला चोरी होने की खबर अचानक तेजी से फैल गई। बताया गया कि लोगों ने चोरी हुए लोहे के भाले के स्थान पर लकड़ी का भाला लगा दिया। मंगलवार सुबह जब भाला चोरी होने की न्यूज सोशल मीडिया व अखबारों में प्रकाशित हुई तो इस पर मेरठ विकास प्राधिकरण(MDA) ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सच्चाई बता दी।
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बता दें कि कुछ महीने पहले ही हापुड़ अड्डा चौराहे का कायाकल्प किया गया है। यहां स्पोर्टस सिटी के प्रमोशन के लिए विश्वव चैंपियन नीरज चोपड़ा की भाला लिए विशाल मूर्ति भी लगवाई गई थी।
कैसे फैली Neeraj Chopra Statue से भाला चोरी की खबर
सोमवार रात को अचानक इस मूर्ति से भाला गायब हो गया और नकली भाला रखा मिला। लोगों ने यह देख फ़ोटो लेकर सोशल मेडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया। धीरे धीरे यह सूचना तेजी से वायरल हो गई बता दें कि मेरठ का हापुड अड्डा एक संवेदनशील क्षेत्र है और यहां पुलिस लगातार पेट्रोलिंग करती रहती है। बावजूद इसके मूर्ति से भाला चोरी कर लिया गया। इसे लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने शुरू हो गए थे।
जैसे ही मंगलवार को भाला चोरी होने की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई तो मेडा ने इस पर प्रतिक्रिया दी और बताया कि भाला चोरी नहीं हुआ था, बल्कि इसे बदला गया है। मेरठ विकास प्राधिकरण के द्वारा ही भाला निकाला गया था और उसकी जगह पर असली भाला लगा दिया गया है।
MDA के अधिकारियों ने बताया Neeraj Chopra Statue का सच
अवर अभियंता अभियंत्रण खंड पवन भारद्वाज ने बताया कि MDA ने शुरुआत में प्लास्टिक का भाला लगाया था जो ओलंपियन नीरज चोपड़ा के दोनों हाथों से होकर गुजर रहा था। बीते दिनों जिला उद्योग बंधु की बैठक में कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई थी , जिसके बाद सूरजकुंड से असली भला खरीद कर इसे बदलकर लगाया गया। तीन महीने पहले ही इसे लगाया था। आज सुबह भाला चोरी होने की सूचना पर पुलिस के साथ मौका मुआयना किया। यह वही भाला है जो तीन महीने पहले प्राधिकरण की तरफ से लगाया गया था। किसी भी तरह का कोई भाला चोरी नहीं हुआ है।
मेरठ पुलिस ने किया खंडन
मेरठ पुलिस ने मेरठ में नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला चोरी होने की फर्जी खबर का खंडन किया साथ ही बताया कि MDA से वार्ता करने पर पता चला कि 2 माह पूर्व उनके द्वारा ही नकली भाला निकालकर असली भाला लगाया गया था। मेरठ पुलिस ने भ्रामक खबरें फैलाने वालों को सचेत भी किया।