POK: आर्थिक दुर्दशा के शिकार पकिस्तान को केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने POK पर बयान देकर और भी परेशान कर दिया है। पकिस्तान में आज सुबह से ही इसी बात की चर्चा जोरों से चल रही है क्या यह बात सच है जो वीके सिंह ने कही है। पकिस्तान के कई इलाको में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और खबर है कि पीओके में बड़े स्तर पर सेना की तैनाती की जा रही है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने राजस्थान में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि पकिस्तान स्थित पीओके बहुत जल्द ही खुद ही भारत में विलय कर जायेगा।
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POK पर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का बयान
इसमें बहुत कुछ करने की जरूरत भी नहीं है। पत्रकारों ने जरनल वीके सिंह से पूछा था कि पीओके में रहने वाले लोग लगातार भारत में आने की मांग करते रहे हैं POK में रहने वाले लोगों को लेकर बीजेपी क्या सोंचती है। इसी सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा था कि हमें कुछ करने की भी जरूरत नहीं है। पकिस्तान का वह इलाका बहुत जल्द ही खुद ही भारत में विलय कर जाएगा। थोड़ा इन्तजार कीजिए।
दरअसल वीके सिंह की यह टिप्पणी चीन की तरफ से अपना नया मानक मानचित्र जारी करने की पृष्ठभूमि में आयी है। जिसमे कश्मीर में अक्साई चिन ,अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण किन सागर में कुछ विवादित क्षेत्र भी शामिल हैं। हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के नक़्शे पर कड़ी आपत्ति जताई थी और कहा था कि यह चीन की पुरानी आदत है।
चीन के मानचित्र पर विदेश मंत्री ने क्या कहा
जयशंकर ने एक साक्षात्कार में कहा था कि चीन ने उन क्षेत्रों के साथ मानचित्र भी जारी किए हैं जो उनके नहीं हैं। केवल भारत के कुछ हिस्सों के साथ मानचित्र जारी करने से कुछ भी नहीं बदलेगा। हमारी सरकार इस बारे में बिलकुल साफ़ है की हमें क्या करना है। हमारा क्षेत्र कहा तक है। किसी के बेतुके दावे से किसी का कोई क्षेत्र नहीं हो जाता।
इससे पहले जयशंकर ने भी यह कहा था कि POK भारत का अभिन्न अंग था और रहेगा। उन्होंने अपने संयुक्त संदर्भों में कश्मीर का उल्लेख करने के लिए पकिस्तान और उसके सहयोगी चीन की भी आलोचना की है। लेकिन अब जैसे ही वीके सिंह ने इस बात को दोहराया है पकिस्तान में खलबली मच गई है। उसे डर हो गया है कि पीओके पर भारत को बड़ा हमला कर सकता है। हालांकि सिंह ने यही बात कही है कि POK खुद ही भारत में आ जाएगा।