वाराणसी: विवादित ज्ञानवापी परिसर में सातवें दिन भी सर्वे जारी है। सर्व के दौरान मंगलवार को उस वक्त विवाद खड़ा हो गया जब हिन्दू पक्ष ने इमाम को हाथ मे फ़ीता पकड़े देखा। हिन्दू पक्ष ने आरोप लगाया कि इमाम Gyanvapi Survey में मदद कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ विवाद खड़ा होता देख, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कहा कि सर्वे टीम के सदस्य ने ही इमाम से फीता पकड़ने के लिए कहा था। इसकी जानकारी सर्वे टीम के सदस्यों से ली जानी चाहिए।
छठवें दिन इस जगह हुआ Gyanvapi Survey
छठवें दिन यानि मंगलवार को ASI की टीम ने Gyanvapi में दक्षिण की तरफ तहखाने की गहनता से जांच की है। साफ-सफाई के बाद महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। तहखाने के बाद पश्चिमी दीवार के आसपास भी सर्वे हुआ। जिसमें नींव व उससे सटे क्षेत्रों में मशीन लगाकर अहम जानकारी जुटाई गई। ASI टीम परिसर की जांच कर साक्ष्य जुटा रही है, लेकिन इसकी कोई जानकारी हिंदू या फिर मुस्लिम पक्ष को नहीं दे रही। साथ ही दोनों पक्ष सर्वे में सहयोग कर रहे हैं।
इस बीच माप-जोख कर रही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम के साथ मौजूद इमाम के फीता पकड़ने का मामला सामने आ गया। इस पर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा कि, अगर जरूरत हो तो सर्वे में और पुरातत्व विशेषज्ञों को जोड़ा जाना चाहिए। किसी बाहरी व्यक्ति की मदद लेना ठीक नहीं है। उधर, मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव का कहना है कि ASI के कहने पर ही इमाम ने मदद के लिए फ़ीता पकड़ था इमाम के फीता पकड़ने का मामला बाहर कैसे आया, इसकी जांच होनी चाहिए।
Gyanvapi Survey में कमेटी कर रही सहयोग, चार को तैनाती
मसाजिद कमेटी के अधिवक्ता मंगलवार को Gyanvapi Survey के दौरान नहीं पहुंचे। मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कहा कि सर्वे में अधिवक्ताओं की कोई जरूरत नहीं महसूस की जा रही है। कमेटी की तरफ से हाजी इकबाल, जावेद इकबाल, एजाज मोहम्मद और शमशेर अली सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हैं। जैसे ही अधिवक्ता की जरूरत पड़ेगी, वैसे ही भेजा जाएगा।
Gyanvapi Survey को लेकर क्या बोले मसाजिद कमेटी सचिव
एएसआई का सर्वे संतोषजनक है। जो भी सहयोग मांगा जा रहा, उसे दिया जा रहा है। सर्वे टीम पश्चिमी दीवार की तरफ गहनता से जांच कर रही है। तथ्यहीन रिपोर्टिंग का मामला अदालत के संज्ञान में लाया गया है। इस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। इससे पहले जिला प्रशासन से भी सख्ती की मांग की गई थी। वादी पक्ष से संयत बरतने की उम्मीद है। यह मामला संवेदनशील है। अदालत के आदेश पर सर्वे चल रहा है। नतीजों का इंतजार करना चाहिए।
– एसएम यासीन, संयुक्त सचिव, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी
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