राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे राज्य हरियाणा के Nuh Mewat हिंसा में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। इसी दौरान बृज यात्रा पर अचानक पथराव हो गया था। देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई। उपद्रवियों ने साइबर थाने को निशाना बनाकर पुलिस कर्मियों पर हमला भी किया था। इस बीच सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद हिंसा की यह आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई। नूंह हिंसा में हरियाणा पुलिस के दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है। नूंह में अब तक 140 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। जबकि 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
Nuh Mewat हिंसा में अब तक 140 से ज्यादा FIR दर्ज
Nuh Mewat हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस प्रशासन लगातार एक्शन मोड में है। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दो आरोपियों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। एनकाउंटर में एक आरोपी के पैर में गोली लगी है, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने दो आरोपियों में मुनसैद और सैकूल को गिरफ्तार किया है।
Nuh Mewat में प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
Nuh Mewat में हिंसा के बाद हरियाणा की मनोहर सरकार हरकत में आई और चिन्हित आरोपियों के घर बुलडोजर चलाया। जिसमें प्रशासन ने रोहिंग्याओं के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया था। इसके अलावा एक होटल, रेस्टोरेंट इत्यादी को गिरा दिया था। स्थानीय प्रशासन का आरोप था कि इन्हीं होटल और रेस्टोरेंट की छतों से बृजमंडल यात्रा पर पथराव किया गया था। इस कार्रवाई में नूंह में 162 स्थाई और 591 अस्थाई निर्माण गिराए गए हैं! हालांकि, बाद में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी थी।