UP News: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की पुलिस ने एक सावधानीपूर्ण कार्रवाई के दौरान एक मामले में आरोपी साधु को गिरफ्तार करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। श्रद्धालुओं के भेष में आए पुलिसकर्मियों ने साधु महाराज को माला पहनाई, पैर छुए और फिर धीरे से उनके कान में बोला कि हम आपको गिरफ्तार करने आए हैं। इतना सुनते ही आरोपी साधु के पसीने छूट गए। इस पूरे मामले का संबंध उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित राम जानकी मंदिर आश्रम से है। साधु महाराज को गिरफ्तार करने वाली पुलिस मुरैना जिले की सिविल लाइन थाना पुलिस है। (UP News)
दरअसल, साधु की गिरफ्तारी का पूरा मामला मुरैना के एक मंदिर की भूमि के संबंध में है। सिविल लाइन थाने के टीआई वीरेश कुशवाहा ने मीडिया बातचीत में बताया कि मुरैना में सिविल लाइन थाना इलाके में तपसी गुफा मंदिर स्थित है। इस मंदिर के साथ 6 बीघा से अधिक की जमीन भी जुड़ी हुई है, जिस पर दुकानें भी बनी हुई हैं। इन दुकानों के किराए को हड़पने के लिए इसी मंदिर पर रहने वाले साधु रामशरण ने अपने साथी दान बिहारी के साथ मिलकर एक जाली ट्रस्ट बनाने की योजना तैयार की।
फर्जीवाड़े की शिकायत में FIR (UP News)
जब मंदिर के मुख्य महंत मदन मोहन को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली, तो उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में करवाई। 3 नवंबर 2021 को सिविल लाइन थाना पुलिस ने साधु रामशरण समेत दानबिहारी, सुरेंद्र यादव, और अशोक यादव के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज कर ली और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन रामशरण की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। (UP News)
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मुरैना छोड़कर मथुरा में निवास करने लगे थे बाबा रामशरण
मुरैना के मंदिर को त्यागकर बाबा रामशरण ने मथुरा के राम जानकी मंदिर आश्रम में रहना शुरू किया। उन्होंने धोखाधड़ी के आरोपों का सामना किया था, और उन्हें इस जानकारी की थी कि पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर सकती है, इसलिए उन्होंने अपने वकील के साथ अग्रिम जमानत के प्रयास करना शुरू किया। (UP News)
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में पहुंचा केस
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में अग्रिम जमानत के लिए बाबा रामशरण के वकीलों ने एक आवेदन दाखिल किया। 26 जुलाई को हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की जब बाबा रामशरण के वकीलों ने कोर्ट में यह याद दिलाया कि उन्हें जमानत दी जानी चाहिए, क्योंकि पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है, बल्कि उनसे मिलकर वापस लौट आती है। इस दलील को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने पुलिस को यह निर्देश दिया कि वे त्वरित रूप से आरोपी बाबा रामशरण को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करें। (UP News)
सादा कपड़ों में भक्त बनकर पहुंचे सिपाही
गोवर्धन परिक्रमा स्थित राम जानकी मंदिर आश्रम में मुरैना पुलिस टीम के दो पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में पहुंचे। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने अपने साथ फूलमाला और मिठाई भी लिए थे। जब वे आश्रम में पहुंचे तो वे साधु-संतों से मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के इच्छुक थे। आरंभ में ये दोनों पुलिसकर्मी बाबा रामशरण से मिलने का मौका नहीं पा सके, लेकिन तब तक उन्होंने अन्य साधु-संतों से मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर लिया। कुछ देर बाद बाबा रामशरण से भी पुलिसकर्मियों की मुलाकात हो गई। (UP News)
दोनों पुलिसकर्मियों ने पहले माला पहनाई, पैर छुए और आशीर्वाद लिया और फिर कान में धीरे से बोले- ”हम मुरैना के सिविल लाइन थाने से हैं और आपको गिरफ्तार करने आए हैं, हमारे साथ काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं, इसलिए आप हमारे साथ चलिए। यह सुनकर बाबा रामशरण समझ गए कि अब वह पुलिस से नहीं बच सकते हैं। इसके बाद बाबा रामशरण पुलिस के साथ चलने तैयार हो गए। सिविल लाइन थाना ने पुलिस बाबा रामशरण को अपने साथ मुरैना ले आया और इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। सिविल लाइन थाना पुलिस की सूझबूझ से बिना किसी विवाद के आरोपी बाबा रामशरण को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल हो सकी।(UP News)
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