Aligarh Muslim University is with Hamas: एक वीडियो, जिसमें अलीगढ़ कैम्पस के एक विश्वविद्यालय का उल्लेख किया जा रहा है, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें फिलिस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की जा रही है। हालांकि इस वीडियो के संदर्भ में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रशासन ने कोई टिप्पणी नहीं की है। दूसरी ओर, राजनीतिक दलों के मुख्य रूप से भाजपा से जुड़े नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई हैं।
यह भी पढ़ें- आखिर क्या चाहता है हमास ? क्यों किया इजराइल पर हमला ?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी रहती है विवाद में
इजराइल-हमास संघर्ष में सैकड़ों की मौत हो चुकी है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद एक और संघर्ष की शुरुआत हो रही है। हमास ने शनिवार को गाजा पट्टी से बड़े प्रभावकारी रॉकेट और बमों का हमला किया। इस हमले में कई इजराइली नागरिकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस युद्ध के संदर्भ में भारत की समर्थन और सहानुभूति का इजराइल के साथ इजहार किया है।
यह भी Thankyou India: ‘थैंक यू इंडिया’ इजराइल ने ऐसा क्यों कहा ?
पीएम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि इजराइल पर हमास द्वारा किए गए हमले से 22 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ित लोगों और उनके परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं साझा की हैं।
कल रात का है वीडियो
ऐसे में रविवार की शाम को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया, जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैम्पस के अंदर और एएमयू के छात्रों के द्वारा बनाया गया था। इस वीडियो में व्यक्त किया गया कि वे फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हैं, जबकि वास्तव में उन्होंने भारत के समर्थन में नारेबाजी की थी। यह वीडियो केवल नौ सेकेंड की थी। AMU (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) प्रशासन ने इस पर कोई आलोचना नहीं की। उसके बावजूद, भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश लोधी ने इस नारेबाजी की जानकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाया। यह मुद्दा देशद्रोह के तर्कों से जुड़ा है।
देश-दुनिया की बड़ी खबरों को सबसे पहले जानने के लिए Bekhabar.IN के व्हाट्सएप चैनल से जरूर जुड़े।