Zila Muzaffarnagar : मेरे भाइयों अभी-अभी खबर मिली है कि सूबे की चर्चित जेल में शुमार मुजफ्फरनगर जेल को अब शहर से दूर ले जाया जा रहा है। इसे भोपा रोड पर शिफ्ट किया जाएगा। शनिवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे प्रदेश सरकार में कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने नवीन जेल के निर्माण के लिए चयनित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेल में बंद बंदियों से संवाद करते हुए कई मुद्दों पर बातचीत की। (Zila Muzaffarnagar)
मुख्य बिन्दु :
विकट परिस्थितियों से गुजरता है बंदियों का परिवार
प्रदेश सरकार में कारागार मंत्री डॉ. धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि एक बार जेल में आने के बाद बंदियों के परिवार वालों को बहुत कष्टों का सामना करना पड़ता है। परिवार के सदस्यों के तमाम तरह की कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में जिला कारागार मुजफ्फरनगर में बंदियों के साथ संवाद किया गया और उन्हें दोबारा इस तरह की गलतियों को ना दोहराने के लिए प्रेरित किया गया।
उन्होंने बताया कि बंदियों को एहसास कराया गया कि उनके परिवार के सदस्य विकट परिस्थितियों में जीवन जीने को मजबूर है। इस दौरान कई बंदी भावुक भी नजर आए। उन्होंने बंदियों को संकल्प दिलाया कि जेल से बाहर निकलने के बाद वह कोई ऐसी गलती नहीं करेंगे जिस कारण उन्हें फिर से जेल में जाना पड़ें। (Zila Muzaffarnagar)
Zila Muzaffarnagar में कहाँ होगा नई आधुनिक जेल का निर्माण?
Zila Muzaffarnagar के भोपा मार्ग किनारे गाँव रहकडा क्षेत्र में श्री गुरद्वारा साहिब के निकट नई आधुनिक जेल का निर्माण प्रस्तावित है। जिसके लिये बीते 2019 में भूमि का चयन किया गया था। किसानों की सहमति के बाद भूमि के अधिग्रहण कार्य को गति दी गई। राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार कारागार एवं होमगार्ड विभाग डॉ. धर्मवीर प्रजापति मौके पर पहुँचे।
कारागार मंत्री डॉ. धर्मवीर प्रजापति ने बंदी कारागार के लिये प्रस्तावित भूमि व जेल के मानचित्र का निरीक्षण किया। उपजिलाधिकारी जानसठ सुबोध कुमार व कानूनगो ओमप्रकाश ने भूमि सम्बंधी जानकारी दी। जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने तकनीकी जानकारी प्रदान की। कारागार मंत्री डॉ. धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि नई जेल के निर्माण के लिये भूमि के चयन की प्रक्रिया जारी है। (Zila Muzaffarnagar)
25 बैरकों में क्षमता से अधिक कैदी
जिला कारागार सूबे की संवेदनशील कारागार में शुमार है। शहर की गांधी कॉलोनी व शिवपुरी के बीच घनी आबादी में चल रही जिला जेल की क्षमता केवल 870 कैदियों (840 पुरुष व 30 महिला) की है। 13 एकड़ में बनी जिला जेल की 25 बैरकों में इस समय क्षमता से लगभग चार गुना ज्यादा कैदी बंदी है! आबादी के बीच बने जिला कारागार में कई बार नशीली गोलियां और मोबाइल फोन फेंके जा चुके हैं। इसके चलते लगभग दस साल पूर्व किसी अन्य स्थान पर नई जेल बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। शासन ने प्रस्ताव स्वीकार करते हुए जेल के भवन के लिए जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए थे। (Zila Muzaffarnagar)
नवीन जिला कारागार के लिए 480 बीघा भूमि का चयन
जिला राजस्व विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवीन जिला कारागार के लिए किसानों की कुल 480 बीघा भूमि का चयन किया गया है। जट मुझेड़ा के पूर्व प्रधान अरविंद कुमार, पूर्व प्रधान संदीप कुमार, पूर्व प्रधान ऋषिपाल, ओम सिंह, बबलू आदि किसानों का कहना है कि जिला कारागार के लिए जो भूमि चिह्नित की गई है, उस भूमि का सर्किल रेट बढ़ाया जाए। उनका कहना है कि 2019 में सर्किल रेट तय किया गया था, जबकि अब लगभग पांच वर्ष बीत चुके हैं। उन्होंने कारागार मंत्री व कपिल देव अग्रवाल से कहा कि उनकी भूमि का अधिग्रहण किया जाए तो उनका सर्किल रेट भी बढे़। दोनों मंत्रियों द्वारा किसानों को आश्वासन दिया है। (Zila Muzaffarnagar)