Garhmukteshwar: Uttar Pradesh Police in Garh Ganga Mela 2023: तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर श्रद्धालुओं के लिए एक धार्मिक स्थल है। यहां हर साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर एक बड़ा मेला लगता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। इस मौके पर पूजा-पाठ की धूमधाम से तीर्थनगरी एक नये रंग में खिलती है। घाटों पर बजती हुई घड़ियों की मधुर धुन से लोग मंत्रमुग्ध होते हैं, जबकि गंगा किनारे के घाटों पर दीपों की रौशनी से भरा ब्रज का दृश्य अद्भुत होता है। गढ़मुक्तेश्वर के घाटों पर हर-हर गंगे के जयकार गूंजते हैं।
Uttar Pradesh Police in Garh Ganga Mela 2023
महाभारत काल के पौराणिक मेले में गढ़मुक्तेश्वर के गंगा किनारे पर कार्तिक मास में लोग इकट्ठा होते थे। यहां से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 26 नवंबर को मुख्य स्नान का दिन माना जाता है और इसके लिए श्रद्धालुओं का भीड़-भाड़ शुरू हो जाता है। यहां श्रद्धालुओं के आगमन से तीर्थनगरी पूरी तरह से जीवंत हो जाती है। लोग गंगा मां की आरती करते हैं और गंगा किनारों पर दीपों को सजाते हैं। छात्राएं गंगा के घाटों पर रंगोली बनाती हैं।
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कार्तिक मास में एक शानदार मेला होता है
हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने गढ़ गंगा मेले के पुलिस की तैयारियों के बारे में बताया है कि 17 तारीख से शुरू होने वाला यह मेला 29 नवंबर तक चलेगा। इसमें मुख्य स्नान 26 और 27 नवंबर को होगा, जिसमें लगभग 35 से 40 लाख श्रद्धालुओं की संख्या है। इस महोत्सव को ध्यान में रखते हुए, मेला क्षेत्र को तीन जोनों में विभाजित किया गया है, जिसमें 22 थाने और उससे बराबर वॉच टावर्स शामिल हैं। इस कारण, इस विशाल मेले के सुरक्षा के लिए 2200 पुलिस कर्मी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से तैनात किए गए हैं, साथ ही पीएसी कंपनी, एनडीआरएफ, और स्थानीय प्रहरी भी हैं।