Friday, April 11, 2025

Hindi Diwas 2023: “हिंदी दिवस” पर गृहमंत्री अमित शाह का देशवासियों को बड़ा सन्देश, कह दी यें बात, जानिए क्या कहा?

Hindi Diwas 2023: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि भारत, विविध भाषाओं का देश रहा है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की भाषाओं की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का नाम ‘हिंदी’ है। हिंदी एक जनतांत्रिक भाषा रही है। इसने अलग-अलग भारतीय भाषाओं और बोलियों के साथ-साथ कई वैश्विक भाषाओं को सम्मान दिया है और उनकी शब्दावलियों, पदों और व्याकरण के नियमों को अपनाया है।

गृह मंत्री ने कहा कि हिंदी भाषा ने स्वतंत्रता आन्दोलन के मुश्किल दिनों में देश को एकसूत्र में बाँधने का अभूतपूर्व कार्य किया। इसने अनेक भाषाओं और बोलियों में बँटे देश में एकता की भावना स्थापित की। देश में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक स्वतंत्रता की लड़ाई को आगे बढ़ाने में संवाद भाषा के रूप में हिंदी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। देश में ‘स्वराज’ प्राप्ति और ‘स्वभाषा’ के आन्दोलन एकसाथ चल रहे थे। स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हिंदी की महत्त्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए संविधान निर्माताओं ने 14 सितंबर 1949 के दिन ही हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। (Hindi Diwas 2023)

भाषाएँ और बोलियाँ हमारी सांस्कृतिक धरोहर (Hindi Diwas 2023)

गृह मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की मौलिक और सृजनात्‍मक अभिव्‍यक्‍ति सही मायनों में सिर्फ उस देश की अपनी भाषा में ही की जा सकती है। उन्होने कहा कि प्रसिद्ध साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चन्द्र ने लिखा है कि, “निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति कौ मूल”, यानि, अपनी भाषा की उन्नति ही सभी प्रकार की उन्नति का मूल है। शाह ने कहा कि हमारी सभी भारतीय भाषाएँ और बोलियाँ हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं जिन्हें हमें साथ लेकर चलना है। हिंदी की किसी भी भारतीय भाषा से न कभी कोई स्पर्धा थी और न ही कभी हो सकती है। हमारी सभी भाषाओं को सशक्त करने से ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा।

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय भाषाओं को राष्ट्रीय से वैश्विक मंचों तक उचित सम्मान मिला है। हिंदी सभी स्थानीय भाषाओं को सशक्त बनाने का माध्यम बनेगी। गृह मंत्रालय का राजभाषा विभाग निरंतर प्रयत्‍नशील है कि शहद समान मीठी भारतीय भाषाओं को आधुनिक तकनीक के माध्यम से सार्वजनिक, प्रशासन, शिक्षा और वैज्ञानिक प्रयोग के अनुकूल उपयोगी बनाया जा सके। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में सरकार और जनता के बीच भारतीय भाषाओं में संवाद स्थापित कर जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तौर पर लागू किया जा रहा है। (Hindi Diwas 2023)

ये भी पढ़ो – RBI Assistant Job 2023: आरबीआई में निकली असिस्टेंट की बम्पर भर्ती, जल्दी करें आवेदन

हिंदी सलाहकार समिति का गठन

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश में राजभाषा में हुए कार्यों की समय-समय पर समीक्षा के लिए संसदीय राजभाषा समिति का गठन किया गया था और इसे उत्तरदायित्त्व दिया गया था कि यह देश में सरकारी कामकाज में हिंदी के प्रयोग में हुई प्रगति की समीक्षा करे और इसकी रिपोर्ट बनाकर राष्ट्रपति को प्रस्तुत करे। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि, “राष्ट्रपति जी को इस रिपोर्ट का 12वाँ खंड प्रस्तुत किया जा चुका है। 2014 तक इस रिपोर्ट के 9 खंड ही सौंपे गए थे, लेकिन हमने पिछले 4 वर्षों में ही 3 खंड प्रस्तुत किये हैं। (Hindi Diwas 2023)

2019 से सभी 59 मंत्रालयों में हिंदी सलाहकार समितियों का गठन किया जा चुका है तथा इनकी बैठकें भी नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में राजभाषा के प्रयोग को बढ़ाने की दृष्टि से अब तक कुल 528 नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों का गठन भी किया जा चुका है।” विदेशों में भी लंदन, सिंगापुर, फिजी, दुबई और पोर्ट-लुई में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों का गठन किया गया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने की भी पहल की है। (Hindi Diwas 2023)

‘हिंदी शब्द सिंधु’

राजभाषा विभाग द्वारा ‘अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन’ की भी नई परम्परा शुरू की गई है। 13-14 नवंबर, 2021 को बनारस में पहला और 14 सितम्बर 2022 को सूरत में दूसरा अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन आयोजित किया गया। इस साल पुणे में तीसरा अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजभाषा को तकनीक के अनुसार विकसित बनाने के लिए राजभाषा विभाग ने स्मृति आधारित अनुवाद प्रणाली ‘कंठस्थ’ का निर्माण भी किया है। (Hindi Diwas 2023)

ये भी पढ़ो – POK पर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह की दहाड़, कह दी ये बड़ी बात…

“भाषा जटिलता से, सरलता की ओर जाती है”

राजभाषा विभाग ने एक नई पहल करते हुए ‘हिंदी शब्द सिंधु’ शब्दकोष का भी निर्माण किया है। इस शब्दकोष में संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भारतीय भाषाओं के शब्दों को शामिल कर इसे निरंतर समृद्ध किया जा रहा है। विभाग ने कुल 90 हजार शब्द का एक ‘ई-महाशब्दकोष’ मोबाइल एप्प और करीब 9 हजार वाक्य का ‘ई-सरल’ वाक्यकोष भी तैयार किया है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भाषा परिवर्तन का सिद्धांत यह कहता है कि “भाषा जटिलता से, सरलता की ओर जाती है।” (Hindi Diwas 2023)

चचा! इसे भी पढ़ लो...

इन वाली खबरों ने रुक्का तार रखा...