Modi Speech In Parliament: प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 समिट की चर्चा के दौरान एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बताया कि आजकल दुनिया भारत को विश्वमित्र के रूप में देख रही है क्योंकि भारत तेजी से विकास कर रहा है और सभी को साथ लेकर चल रहा है। उन्होंने इस संदर्भ में पंडित नेहरू का भी जिक्र किया, जिसके बदले सोनिया गांधी ने अलग तरह की प्रतिक्रिया दिखाई, आईए जानते हैं…

पुराना भवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा
प्रधानमंत्री ने संसद को संबोधित किया और कहा कि आज इस संसद भवन में आखिरी बार सदन की कार्यवाही चल रही है, लेकिन नए संसद में प्रवेश करने के बाद पुराना भवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सदन ने सब कुछ देखा है, इमरजेंसी से लेकर संसद पर हुए हमलों तक, लेकिन कभी भी रुका नहीं है।

नेहरू पर बोले प्रधानमंत्री
सोनिया के इस परिस्थिति पर। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में पंडित नेहरू द्वारा देशहित में किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नेहरू की उपलब्धियों की सराहना करने वाला व्यक्ति कौन होगा, जिसका ताली बजाने का मन नहीं होगा… लेकिन यह लोकतंत्र है, यहां पर सब कुछ देखा जाता है।

प्रधानमंत्री द्वारा नेहरू की सराहना के बावजूद, कांग्रेस ने तालियां नहीं बजाई। साथ ही, प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद, सोनिया गांधी ने कांग्रेस के नेताओं से बात करते हुए खुश दिखीं।
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नेहरू से अटल तक का सफर यादगार था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस सदन ने नेहरू से अटल वाजपेयी और मनमोहन सिंह तक के सफर को देखा और उनके द्वारा देश के हित में किए गए कामों को भी महसूस किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि हम सबको मिलकर काम करना होगा ताकि देश को आगे ले जाया जा सके।

उन्होंने इसके साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी की वो पंक्तियाँ भी याद की, जिनमें वह कहते थे, ‘सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी, लेकिन देश को हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए।
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