Muzaffarnagar News: उप जिलाधिकारी द्वारा मारे गए छापे में गांव में बने घर के अंदर देसी घी की नदी बहती मिली है। खाद्य विभाग की टीम ने तकरीबन 50 कुंतल घी को बरामद करते हुए नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। यह कार्रवाई सोमवार को दीपावली के मददेनजर खाद्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने चलाए जा रहे सैंपल भरो अभियान के तहत की है। इस छापामार कार्यवाही को मुजफ्फरनगर उप जिलाधिकारी सदर परमानंद झा ने पुलिस के साथ कोतवाली क्षेत्र के गांव बहेड़ी में किया गया था।
ये भी पढ़ें- Shukratal Ganga Snan 2023: शुक्रताल का नहान कब है ?
Muzaffarnagar News: कोतवाली के गाँव बहेड़ी का मामला
शहर के कोतवाली क्षेत्र में स्थित गांव बहेड़ी में एक मकान के अंदर एक बड़े पैमाने पर देसी घी बनाया जा रहा था। एसडीएम द्वारा छापे के दौरान घर के अंदर से बड़ी मात्रा में देसी घी की खेप बरामद की गई है। प्राप्त सूचना के अनुसार कहा जा रहा है कि लगभग 50 कुंतल देसी घी को बहेड़ी गांव में बरामद किया गया है। छापे की सूचना प्राप्त होते ही, मौके पर मौजूद लोगों ने आरोप लगाया है कि इस देसी घी को बड़े पैमाने पर पशुओं की चर्बी में मिलावट करके बाजार में बेचने के लिए तैयार किया गया था। Muzaffarnagar News
ये भी पढ़ें- गढ़ मेले में आना होगा आसान: 25 से 29 नवंबर के बीच गढ़ रेलवे स्टेशन तक चलेगी 6 स्पेशल ट्रेन…
बड़े पैमाने पर देसी घी के बाजार में उपस्थित जखीरे को देखकर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की भी आंखें फटी रह गई। खाद्य विभाग की टीम ने नकली देसी घी के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे हैं। यह उल्लेखनीय है कि बाजार में देसी घी का दाम तकरीबन 600 रुपए प्रति किलो है। 50 कुंतल देसी घी की बिक्री से जुटी धनराशि ने विक्रेता को रातों-रात मालामाल बना दिया है। इस देसी घी का सेवन करने से लोग बीमार हो रहे हैं, जिससे नकली देसी घी बनाने और बेचने वालों को कोई मतलब नहीं था। Muzaffarnagar News