PM Modi’s ISRO Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसरो कमांड सेटर में वैज्ञानिकों से मिले और इस दौरान उन्हे संबोधित करते हुए भावुक हो गए। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप वैज्ञानिकों को सैल्यूट करना चाहता हूं क्योंकि ये कोई साधारण सफलता नही हैं। ये अंतरिक्ष में भारत के सामर्थ्य का शंखनाद है। देश के मेरे वैज्ञानिकों ने ये संभव किया है और इसके लिए आपका जितना गुणगान और सराहना करूं कम है।
Keypoints…
पीएम ने वैज्ञानिकों के जज्बे को किया सलाम
पीएम मोदी ने कहा कि कभी-कभी लगता है कि आपके साथ अन्याय कर देता हूं। सवेरे-सवेरे मन कर रहा था कि जाऊं और आपको नमन करूं। आपको थोड़ी परेशानी होगी हुई लेकिन मैं जल्द ही जल्द आपके दर्शन करना चाहता था और आप सबको सैल्यूट करना चाहता हूं। सैल्यूट आपके पैशन को, सैल्यूट आपके धैर्य को, सैल्यूट आपकी लगन को, सैल्यूट आपकी जीवटता, सैल्यूट आपके जज्बे को।
PM Modi’s ISRO Visit
पीएम ने आगे कहा कि आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए हैं ये कोई साधारण सफलता नहीं है ये अनंत अंतरिक्ष में भारत के वैज्ञानिक सामर्थ्य का शंखनाद है। हम वहां पहुंचे हैं जहां कोई नहीं पहुंचा। ये नया भारत है निर्भीक और जुझारू भारत है जो नए तरीके से सोचता है, जो डार्क जोन में जाकर भी रोशनी फैला देता है। ये भारत ही दुनिया की समस्या का समाधान करेगा और दुनिया भी भारत का लोहा मान रही है।
दुनिया ने भारत के टेम्प्रामेंट का लोहा माना
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद आज पूरी दुनिया भारत की वैज्ञानिक स्प्रिट और टेम्प्रामेंट का लोहा मान चुकी है। चंद्रयान अभियान भारत की नहीं बल्कि पूरी मानवता की सफलता है। हमारा मिशन जिस क्षेत्र को एक्सप्लोर करेगा उससे पूरे विश्व के लिए मून मिशन के रास्ते खोलेगा। ये चांद के रहस्य तो खोलेगा ही और धरती के लिए नए रास्ते खोजेगा। इस दौरान पीएम ने वैज्ञानिक, टेक्नीशियन और इस अभियान से जुड़े सभी सदस्यों को बधाई दी।
शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा
साथ ही कहा कि इस टच डाउन को वैज्ञानिक नाम दिए जाने की परंपरा है। इस लिहाज से जिस स्थान पर चंद्रयान उतरा है उस प्वांइट को शिवशक्ति के नाम से जाना जाएगा। क्योंकि ये शिवशक्ति पॉइंट हिमाचल से कन्याकुमारी तक जुड़े होने का अहसास कराता है और संकल्प पूरे करने का सामर्थ्य देती है।