लखनऊ, उत्तर प्रदेश: किसानों के मुद्दों के प्रति उनकी आवाज़ उठाने वाले प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत ने हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा हमला बोला। वे कहते हैं कि सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया है। यहां हम आपको उनके नजरिए के साथ उनके निष्कर्ष की ओर ले जाते हैं।
फर्जी वादे दिखाकर किसानों के साथ धोखाधड़ी
राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश सरकार को विवादित घोषणापत्र के जरिए घेरा। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा कि हम सत्ता में आएंगे तो मुफ्त बिजली देंगे, फिर उन्होंने कहा कि एक साल के लिए मुफ्त बिजली देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” उन्होंने सरकार के फर्जी वादों का सामर्थ्य दिखाकर किसानों के साथ धोखाधड़ी हो रही है, जिससे किसानों को हो रहा है नुकसान।
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बिजली के नाम पर लूटा जा रहा है किसानों को
राकेश टिकैत ने इसे किसानों के साथ “बिजली के नाम पर लूटा जा रहा है” कहा। वे किसानों के लिए उचित मूल्य और विकास के अधिकार की मांग करते हैं और सरकार से उनकी बातें सुनने की गुज़रिश करते हैं।
लोकतंत्र में भीड़तंत्र ही उसकी समस्या का समाधान है
Rakesh Tikait ने आगे कहा, “लोकतंत्र में भीड़तंत्र ही उसकी समस्या का समाधान है। हमारा एक दिन का कार्यक्रम है कि हम उन्हें यह समझाएं कि किसानों के अधिकारों का सम्मान करना लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों में होता है और हम इन अधिकारों की रक्षा करेंगे।”
Rakesh Tikait के इस बयान से स्पष्ट होता है कि किसानों के मुद्दों के प्रति उनका समर्थन अब भी मजबूत है और वे उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए जुटे हुए हैं। उन्होंने सरकार से जवाब मांगा है और किसानों के हित में उनकी सारी मांगों को पूरा करने की गुज़रिश की है।
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