Thursday, November 14, 2024

तीर्थनगरी बृजघाट में संघ के स्वयंसेवकों ने निकाला पथ संचलन

बृजघाट, 10 अक्टूबर 2024: तीर्थनगरी बृजघाट में विजयदशमी के पावन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह संचलन पलवाडा रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य बाजारों और गलियों से होता हुआ बगीची परिसर में संपन्न हुआ। पथ संचलन में 200 से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेष (ड्रेस कोड) में कदमताल करते हुए देशभक्ति के धुनों पर घोष वादन के साथ शामिल हुए, जिससे समूचा नगर उत्सवमय हो गया।

पथ संचलन का आयोजन अत्यंत अनुशासित और गरिमामय तरीके से किया गया। स्वयंसेवकों ने पूर्ण अनुशासन के साथ मार्गों पर संगठित कदमों से चलते हुए नगरवासियों को संघ के मूल्यों और राष्ट्रसेवा की भावना से अवगत कराया। संचलन के दौरान सड़कों के किनारे खड़े लोग संघ के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते नजर आए, जिससे संचलन के उत्साह में और भी वृद्धि हुई। इस अवसर पर शस्त्र पूजन का भी आयोजन किया गया, जो संघ की परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। शस्त्र पूजन के तहत परंपरागत शस्त्रों की पूजा कर विजयदशमी के प्रतीक स्वरूप उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। संघ के स्वयंसेवकों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि 1925 में विजयदशमी के दिन ही संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव राव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी।

कार्यक्रम के दौरान संघ के जिला प्रचार प्रमुख उत्तम सिंह ने अपने संबोधन में संघ के उद्देश्य और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “संघ की स्थापना से लेकर आज तक संघ का एकमात्र लक्ष्य राष्ट्र और समाज की उन्नति और सुरक्षा रहा है। संघ का प्रत्येक स्वयंसेवक राष्ट्र के प्रति समर्पित भाव से कार्य करता है और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है।” उन्होंने यह भी बताया कि संघ की गतिविधियाँ केवल धार्मिक और सांस्कृतिक स्तर पर ही सीमित नहीं हैं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा, समाज सुधार और आपदा प्रबंधन में भी संघ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उत्तम सिंह ने विजयदशमी के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह पर्व हमें अधर्म पर धर्म की विजय और समाज में न्याय और सत्य की स्थापना की प्रेरणा देता है। संघ भी इसी आदर्श के तहत समाज में शांति, एकता और भाईचारे का संदेश फैलाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है।

इस कार्यक्रम में कई प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें प्रमुख रूप से सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य स्वर्ण सिंह, वरिष्ठ स्वयंसेवक वासुदेव शर्मा, नेह नीड के संस्थापक कन्हैया लाल और मनोहर आदि शामिल थे। इन सभी ने अपने वक्तव्यों में संघ के कार्यों की सराहना की और भविष्य में संघ के साथ मिलकर समाज सेवा में अपना योगदान देने की इच्छा जताई।

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित स्वयंसेवकों ने राष्ट्र की सेवा और सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बृजघाट के निवासियों ने इस भव्य और अनुशासित आयोजन की भरपूर सराहना की और संघ के प्रति अपनी आस्था और समर्थन व्यक्त किया। इस प्रकार विजयदशमी के पावन अवसर पर बृजघाट में आयोजित इस पथ संचलन ने न केवल संघ के अनुशासन और संगठन शक्ति को प्रदर्शित किया, बल्कि समाज में राष्ट्र प्रेम और सेवा भावना के प्रसार का भी एक सशक्त माध्यम बना।

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