Sunday, December 15, 2024

Singapore President: भारतवंशी बने सिंगापुर के राष्ट्रपति…

Singapore President: भारतीय मूल के थरमन शणमुगारत्नम ने Singapore President का चुनाव में भारी मतों से जीता है। वह सिंगापुर के राष्ट्रपति पद के लिए विजयश्री प्राप्त करने वाले भारतीय मूल के दूसरे व्यक्ति हैं। शणमुगारत्नम को 70 प्रतिशत से भी ज्यादा वोट मिले हैं। उनके सामने चुनाव लड़े उम्मीदवारों को 15 फीसदी और 13 फीसदी ही वोट मिले हैं।

Singapore President बनें भारतवंशी थरमन शणमुगारत्नम

सिंगापुर को दूसरी बार भारतवंशी राष्ट्रपति मिला है। भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थरमन शणमुगारत्नम ने भारी मतों से Singapore President का चुनाव जीत लिया है। शणमुगारत्नम सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति बनेंगे। उन्होंनें चुनाव में 70.4 प्रतिशत वोट के साथ बहुत बड़ी जीत हासिल की। उनके सामने चुनाव में सिंगापुर सरकार इन्वेस्टमेंट कॉर्प के पूर्व मुख्य निवेश अधिकारी एनजी कोक सॉन्ग को 15.72 प्रतिशत और सरकारी स्वामित्व वाले बीमा समूह NTUC इनकम के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान को 13.88 प्रतिशत मत मिले।

सिंगापुर में 2011 के बाद हुए पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुक्रवार को देर रात मतदान खत्म होने के बाद चुनाव नतीजों का ऐलान किया गया है। थरमन शणमुगारत्नम वर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब की जगह राष्ट्रपति की कुर्सी संभालेंगे। हलीमा के पिता भी भारतीय मूल के थे और मां मलय मूल की थीं।

सिंगापुर में राष्ट्रपति का पद है रस्मी

Singapore President का पद रस्मी ज्यादा है। उसके पास आम लोगों के लिए काम करने की बहुत ज्यादा ताकत नहीं है। भारतवंशी 66 वर्षीय अर्थशास्त्री शणमुगारत्नम ने देश की संस्कृति को दुनिया में रोशन बनाए रखने के संकल्प के साथ पिछले महीने औपचारिक रूप से Singapore President पद के लिए अपना अभियान शुरू किया था। 2001 में राजनीति में आए शणमुगारत्नम ने दो दशक से अधिक समय तक सत्तारूढ़ पीपल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के साथ सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य किया और साथ ही मंत्री पदों का भी निर्वहन किया है। वह 2011-2019 के बीच सिंगापुर के डिप्टी प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।

हलीमा याकूब की जगह लेंगे शणमुगारत्नम

निवर्तमान Singapore President हलीमा याकूब का 6 वर्ष का कार्यकाल 13 सितंबर को खत्म हो जायेगा। वह सिंगापुर की 8वीं राष्ट्रपति हैं और इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला हैं। सिंगापुर में 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ मलय समुदाय के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति थी। उस दौरान हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया था, क्योंकि कोई भी अन्य उम्मीदवार नहीं था। सिंगापुर में 2011 के बाद होने वाला यह पहला राष्ट्रपति चुनाव है।

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