Thursday, November 14, 2024

Telegram Evil Version: खतरे में हैं एक करोड़ लोगों की प्राइवेसी, कहीं आप भी तो इस्तेमाल नहीं कर रहे टेलीग्राम का ये वर्जन

Telegram Evil Version: टेलीग्राम एक ऐसी ऐप है जिसमें मैसेज ही नहीं, बल्कि सभी तरह के काम किए जा सकते हैं। चाहे फिल्में देखना हो, ऐप्स, गाने, सॉफ़्टवेयर, बेटिंग सुझाव या किसी भी तरह की जरूरत हो। आप इसे टेलीग्राम से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके कारण ऐप की लोकप्रियता बहुत तेजी से बढ़ गई है। इसमें विभिन्न प्रकार के चैटबॉट्स भी उपलब्ध हैं, जिससे आप बड़े फ़ाइल्स को तेजी से डाउनलोड कर सकते हैं।

हालांकि ज्यादा फीचर्स के लालच में कुछ लोग अलग-अलग ऐप्स इंस्टॉल करते हैं, लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि इसके उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता की संरक्षण के लिए कुछ सुरक्षा सावधानियाँ बरतनी चाहिए। करीब 1 करोड़ से ज्यादा उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को खतरा नहीं होने देना चाहिए। चलिए, हम इस खतरनाक विषय पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।

Telegram का ये वर्जन है बेहद खतरनाक (Telegram Evil Version)

सुरक्षा एजेंसी और एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर निर्माता कंपनी Kaspersky ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें बताया गया है कि टेलीग्राम के एक संस्करण में खतरनाक ट्रोजन मैलवेयर का पता चला है। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस खतरनाक टेलीग्राम संस्करण में एक ट्रोजन मैलवेयर शामिल है। आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि ट्रोजन मैलवेयर क्या होता है? आपको बता दें कि ये एक प्रकार का स्पाईवेयर होता है जो लोगों के गतिविधियों पर निगरानी रखने के काम आता है। इस खतरनाक ऐप को “Evil Telegram” नाम दिया गया है और यूज़र्स इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर रहे थे।

एक करोड़ Telegram यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में

फिलहाल इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। लेकिन अब तक इस खतरनाक ऐप को लगभग 1 करोड़ से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इन लोगों की गोपनीयता खतरे में है। अगर आप भी इस ऐप का उपयोग कर रहे हैं, तो अब तुरंत ही इसे हटा दें।

चीन के डेवलपर ने किया था डिजाइन (Telegram Evil Version)

इस खतरनाक ऐप को चीनी डेवलपर ने डिज़ाइन किया था और इसे Google Play Store पर अपलोड किया था। डेवलपर का दावा था कि यह ऐप अत्यधिक गति से काम करता है। इसमें मौजूद मेलवेयर कोड के माध्यम से उपयोगकर्ताओं की जानकारी नियमित अंतर्निहित तरीके से चीनी कंपनी को भेज रहा था। इस फोन में, यह फाइल tgsync s3 के नाम से बनाई गई थी और लोगों के डेटा को अवैध रूप से इकट्ठा कर रही थी।

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