Friday, December 13, 2024

UP Government: अब गाय पालने पर योगी सरकार देगी 80 हजार, जानिए क्या है प्रशासन का पूरा प्लान…

UP Government on Cow: गौपालको की आय बढ़ाने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वदेशी गायों के प्रति उनका रुझान बढ़ाने के लिए UP Government ने नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौसंवर्धन योजना शुरू की है। इस योजना के अन्तर्गत गौ पालक द्वारा दूसरे प्रदेशों से थारपारकर, साहिवाल, गिर और शंकर जैसी देशी प्रजाति की गाय खरीदने पर उन्हें ट्रांसर्पोटेशन, ट्रांजिट इंश्योरेंस एवं पशु बीमा समेत अन्य मदों पर खर्च होने वाली धनराशि पर सरकारी सब्सिडी देने का फैसला किया है। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करना, गाय की देशी नस्ल को बढ़ावा और पशुपालकों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना है। इस योजना का लाभ गौ पालकों को अधिकतम दो स्वदेशी नस्ल की गायों की खरीद पर ही मिलेगा।

कुल व्यय धनराशि का 40 प्रतिशत देगी UP Government

UP Government के इस योजना से संबंधित पात्रता, सब्सिडी के मानक, योजना का उद्देश्य और स्वरूप को पूरी तरह स्पष्ट किया गया है। इसके अनुसार गौ पालक द्वारा दूसरे प्रदेशों से साहिवाल, थारपारकर, गिर एवं संकर प्रजाति की देशी गाय खरीदने पर उन्हे परिवहन, ट्रांजिट बीमा एवं पशु बीमा समेत अन्य मदों पर खर्च होने वाली धनराशि पर सब्सिडी दी जाएगी।

अधिकतम दो गायों पर ही मिलेगी सब्सिडी

इस योजना के अन्तर्गत कोई भी गौ पालक सब्सिडी का लाभ अधिकतम दो स्वदेशी नस्ल की गायों की खरीद पर ले सकता है। यह सब्सिडी गौ पालकों को कुल खर्च की गई धनराशि का 40 प्रतिशत यानी 80 हजार रुपये तक दी जाएगी। सबसे पहले यह योजना प्रथम चरण में प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालय के जनपदों में लागू की जाएगी। इसके बाद इस योजना को प्रदेश के सभी जिलों में लागू किया जाएगा।

दूसरे प्रदेशों से खरीदनी होंगी गाय

UP Government द्वारा देशी गाय की खरीद पर सब्सिडी देने के लिए दूसरी शर्त यह भी रखी गई है कि गायों की खरीद किसी अन्य राज्यों से करनी करनी होगी। दुग्ध आयुक्त एवं मिशन निदेशक शशि भूषण ने बताया कि योजना का लाभ उठाने के लिए गौ पालक को दूसरे प्रदेश से स्वदेशी उन्नत नस्ल की गाय खरीदना अनिवार्य है। इसके लिए जिले के मुख्य विकास अधिकारी की ओर से लाभार्थी को दूसरे प्रदेश से स्वदेशी नस्ल की गाय खरीदने के लिए एक अनुमति पत्र दिया जाएगा ताकि उसे गायों के परिवहन में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पडे।

UP Government की योजना का उद्देश्य

पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश ने बताया कि नन्द बाबा मिशन के तहत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना का उद्देश्य प्रदेश में स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की संख्या बढ़ाना और नस्ल को बढ़ावा देना है ताकि प्रदेश दुग्ध उत्पादन में वृद्धि कर प्रदेश दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बना रहे। साथ ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं और महिलाओं को पशुपालन के व्यवसाय के लिए प्राेत्साहन देना है।

स्वदेशी नस्ल की गायों के लिए 2 लाख रुपये माना गया है

वहीं, इन गायों का 3 वर्षों का पशु बीमा एकमुश्त कराया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्हें दूसरे प्रदेश से अपने प्रदेश में लाने के लिए ट्रांजिट बीमा भी कराना अनिवार्य है। योजना के तहत लाभार्थी को सब्सिडी गाय की खरीद, उसके परिवहन, पशु ट्रांजिट बीमा, 3 वर्षों का पशु बीमा, चारा काटने की मशीन की खरीद एवं गायों के रखरखाव के लिए शेड के निर्माण पर दिया जाएगा।

पशुपालन विभाग की ओर से इन सभी मदों में दो स्वदेशी नस्ल की गायों के लिए 2 लाख रुपये माना गया है। जिसका 40 प्रतिशत यानी अधिकतम 80 हजार रुपये सब्सिडी के रूप में गौ पालक को दिये जाएंगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी के पास गौ पालन के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिये। साथ ही उसके पास पहले ही से 2 से अधिक स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायें न हों। इस योजना के तहत 50 प्रतिशत महिला दुग्ध उत्पादकों एवं पशुपालकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जबकि 50 प्रतिशत लाभ में अन्य वर्ग के लाभार्थी शामिल हैं।

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