UP News: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के निर्देश पर आज तहसीलदार सदर, प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली नगर के नेतृत्व में थाना कोतवाली नगर पुलिस द्वारा कुख्यात गैंगस्टर अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा पुत्र ओमप्रकाश माहेश्वरी निवासी प्रेमपुरी थाना कोतवाली नगर अस्थायी पता मकान नं०- 509 डाक्टर बंगाली के पास सोनिया विहार दिल्ली (हिस्ट्रीशीटर-67ए) द्वारा अपराध से अवैध धन अर्जित कर अपने पिता, पुत्र, भाई, पत्नी व भान्जे के नाम से खरीदी गयी सम्पत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) में जब्त किया गया। UP News
UP News: लखनऊ कोर्ट में संजीव माहेश्वरी की हत्या
मुजफ्फरनगर प्रशासन ने मौहल्ला सरवट गेट के नजदीक मलिक मार्किट में एक दुकान और नवाब गंज में आवासीय मकान को जब्त कर सील कर दिया है। माफिया संजीव माहेश्वरी, जिसे जीवा के नाम से जाना जाता है (एचएस नंबर-67 ए) प्रदेश स्तर पर पंजीकृत गैंग आईएस-1 का प्रमुख लीडर था। सूचना के मुताबिक इस आपराधिक गैंग में कुल 36 अपराधी उसके सदस्य या सहयोगी थे। अभियुक्त संजीव माहेश्वरी ने 1995 से लगातार प्रदेश सहित देशभर में कई बड़ी संगीन घटनाओं को अंजाम दिया। गैंगस्टर और अपराधी संजीव माहेश्वरी ने जनपद शामली के विभिन्न स्थानों पर अपने परिजनों के नाम पर अवैध धन से अचल संपत्ति खरीदी है, जिसे शीघ्र जब्त किया जाएगा। आपको याद होगा कि लखनऊ कोर्ट में कुछ महीने पहले पेशी के दौरान संजीव माहेश्वरी की हत्या की गई थी। UP News
जीवा की आपराधिक कहानी एक दवाखाने से शुरू
कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की आपराधिक कहानी एक दवाखाने से शुरू होती है। बहुत कम लोग जानते होंगे कि मुजफ्फरनगर (अब शामली) के बाबरी थाना क्षेत्र के गांव आदमपुर का रहने वाला संजीव जीवा पेशेवर अपराधी बनने से पहले मुजफ्फरनगर शहर के शंकर दवाखाने में कंपाउंडर था। मामूली नौकरी थी। बस, किसी बात पर दवाखाने के संचालक राधेश्याम से उसकी ठन गई और उसने उसी को अगवा कर लिया। यहीं से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और जमीनों पर कब्जे करने, रंगदारी मांगने और हथियारों का नेटवर्क बनाने में वह आगे बढ़ता गया। UP News