Uttarakhand Tunnel Collapse: उत्तराखंड की उत्तरकाशी टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अब अंतिम चरण में है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, रेस्क्यू टीम अब फंसे हुए मजदूरों से कुछ मीटर की दूरी पर है। टनल के अंदर रेट माइनिंग कार्य जारी है, लेकिन इसके बावजूद रेस्क्यू कार्रवाई जारी है। इसके अलावा, टनल के पास हल्की बारिश की रिपोर्ट है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान फंसे हुए मजदूरों के परिवार से यह अनुरोध किया गया है कि वे अपने बैग और कपड़े तैयार रखें। संभावना है कि सभी मजदूरों को आज दोपहर 2 या शाम 4 बजे तक बाहर निकाल लिया जाएगा।
Uttarakhand Tunnel Collapse Big Breaking
स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि इन मजदूरों को बाहर निकालने के बाद पहले ही उन्हें अस्पताल में ले जाने की तैयारी की गई है। इसके लिए बकायदा टनल के पास ही अस्थाई रूप से एक अस्पताल को तैयार किया गया है। टनल के अंदर फंसे मजदूरों के परिजन टनल के बाहर उनका इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, बीते कुछ दिनों में टनल के अंदर ड्रिलिंग का काम कर रही मशीन में आई खराबी के कारण, इनका इंतजार और लंबा हो गया है। सिलक्यारा सुरंग से एक राहत देने की खबर सामने आई है, जिससे कि अंदर फंसे मजदूरों और रेस्क्यू टीम के बीच अब सिर्फ 5 मीटर की दूरी बची है।
Uttarakhand Tunnel Collapse: ड्रिलिंग का कार्य लगभग 40% पूर्ण
सुरंग के अंदर फिलहाल रैट माइनर्स मलबे की खुदाई में जी जान से जुटे हुए हैं। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं, जिनमें 12, 7, और 5 सदस्य हैं, जो सभी अपने काम में सकुशलता से लगे हुए हैं। इसके अलावा वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य भी तेजी से प्रगति कर रहा है। सोमवार से ही सुरंग में मैन्युअल ड्रिलिंग का कार्य आरंभ हो गया है। प्रारंभिक ड्रिलिंग का कार्य अमेरिकी ऑगर मशीन के साथ किया जा रहा था, लेकिन शुक्रवार को यह मलबे में फंस गई, जिससे अधिकारियों को विभिन्न विकल्पों की तलाश करनी पड़ी। ड्रिलिंग का कार्य लगभग 40% पूर्ण हो चुका है।