इजराइली सेना को अपने आयरन डोम रक्षा प्रणाली पर पूरा भरोसा था, लेकिन यह अब उनकी आशाओं पर खरा नहीं उतर पा रहा है और इसने इजराइल को मुश्किल में डाल दिया है। साल 1973 में इज़राइल पर हमास ने हमला किया, जिसमें उन्होंने अचानक इजराइल पर तबाड़तोड़ 5 हजार मिसाइलें दागी थी। जिसका इज़राइल ने मुहतोड़ जवाब दिया था। जिसके बाद से इज़राइल पर होने वाला हमास की ओर से यह दूसरा सबसे बड़ा हमला है।
चलिए जानते हैं कि इजराइल का आयरन डोम रक्षा प्रणाली क्या है और यह कैसे काम करता है, लेकिन इसके बावजूद इजराइल अब इस प्रणाली के सफलता को 94% तक कम मान रहा है। हमास और इजराइल के बीच इस संघर्ष के दौरान अब तक 2 हजार से अधिक लोगों की जान गई हैं। वहीं, कई देशों ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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आयरन डोम क्या है?
इज़राइल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली (Iron Dome Defense System) एक भूमि-आधारित रक्षा प्रणाली है जो कम दूरी के रॉकेट और मोर्टार को रोकती है और हवा में नष्ट कर देती है। यह प्रणाली साल 2011 की शुरुआत से ही इज़राइल की रक्षा का मुख्य आधार बन गई है। आयरन डोम रक्षा प्रणाली, जो करीब 40 मील के भीतर फिलिस्तीनी क्षेत्रों से लांच किए गए मोर्टर और रॉकेट हमलों से सुरक्षित रहने में सहायक है, यह बैटरियों द्वारा संचालित होता है। बैटरियों के आधार पर इसे किसी भी स्थान पर आसानी से स्थापित किया जा सकता है। यह प्रणाली 20 आंतर्दर्शक मिसाइलों से लैस होती है।
आयरन डोम कैसे करता है काम ?
इसमें एक रडार सिस्टम लगा होता है जो आने वाले रॉकेट या मोर्टार की पहचान करता है और उसे वायुमंडल में नष्ट करने के लिए नियंत्रण केंद्र के कंप्यूटर को कमांड भेजता है। इसके साथ ही, यह पता लगाता है कि क्या रॉकेट आवासीय क्षेत्रों पर हमला कर रहा है या नहीं। इस रक्षा सिस्टम को तैयार करने में अमेरिका ने इजराइल को तकनीकी और आर्थिक सहायता प्रदान की थी। यह एक शॉर्ट रेंज ग्राउंड-टू-एयर, वायुरक्षा सिस्टम है जो रॉकेट या मिसाइल को पता लगाकर उसे नष्ट करने की क्षमता रखता है। वहीं, हमास ने रॉकेट डागने की क्षमता और सटीकता को भी बेहतर किया है, जिससे इजराइल की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
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‘सिक्स डे वॉर’ क्या है?
इज़राइल और अरब देशों का संघर्ष बहुत पहले से ही चला आ रहा है। ‘सिक्स डे वॉर’ 1967 में अरब-इजरायल युद्ध के रूप में जाना जाता है जो 5 से 10 जून 1967 तक इज़राइल और अरब देशों के गठबंधन के बीच लड़ा गया था। इजराइल ने इस जंग में विजय हासिल की थी।
आयरन डोम कैसे विफल हुआ?
इजराइल ने अपने आयरन डोम रक्षा प्रणाली पर पूरा भरोसा किया, लेकिन यह पूरी तरह से विफल हो गया। इस प्रणाली को इजराइली कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम और इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने तैयार किया था। गाजा क्षेत्र में हमास के द्वारा 5000 से अधिक रॉकेट्स के हमले हुए, और इन्हें रोकने में आयरन डोम विफल रहा।
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