क्या था निठारी कांड ?
2006 में, नोएडा के निठारी गांव के कोठी नंबर D-5 के पास स्थित नाले से एक भयंकर घटना हुई। इस कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर थे, और उनके साथ उनके नौकर सुरेंद्र कोली भी रहते थे। कोली पर आरोप लगाया गया कि वह कोठी में गरीब लड़कियों को लुभाकर वहाँ अत्याचार करते थे और उनके साथ दुष्कर्म करते थे।
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इसके बाद, वह उन लड़कियों की हत्या करके उनकी लाशों के टुकड़े नाले में फेंक देते थे। जब निठारी गांव के कई लड़कियों की अनदेखी हो गई, तो इस मामले का पर्दाफाश हुआ।
लड़की जो कोठी गई, वापस नहीं आई
इस घटना की बात 7 मई 2006 को हुई थी, जब पायल नामक एक लड़की अचानक गायब हो गई। पायल एक रिक्शे से मोनिंदर पंढेर की कोठी पहुंची थी। वह रिक्शेवाले को कोठी के सामने रोक लिया और अपने पैसे देने के लिए रोक कर रखा। बहुत देर बाद, जब वह वापस नहीं आई, तो रिक्शेवाला ने पैसे लेने के लिए कोठी के गेट पर खटखटाया। तब सुरेंद्र कोली ने बताया कि पायल बहुत पहले ही चली गई है।
क्या था निठारी कांड ?
सुरेंद्र की बात सुनकर रिक्शेवाले को संदेह हुआ। उन्होंने कहा कि वह कोठी के सामने ही थे, लेकिन पायल बाहर नहीं निकली। इसके बाद उन्होंने इस बात को पायल के परिवार के पास पहुंचा दिया। उसके बाद, पायल के पिता, नंदलाल, ने एफआईआर दर्ज कराया कि उनकी बेटी कोठी से गायब हो गई है। इस प्रकार, पहली बार मामला पुलिस के संज्ञान में आया। इससे पहले, निथारी में एक दर्जन से ज्यादा बच्चे और लड़कियां गायब हो चुके थे। इस तरह, पुलिस इस केस की जाँच में गंभीरता से जुट गई थी। (क्या था निठारी कांड ?)
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