When should RO filter be changed: शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। एक व्यक्ति को कम से कम 2 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए। शहरों और मेट्रो सिटीज़ में शुद्ध पानी नहीं मिलता है। इस प्रकार, जल पवन की आवश्यकता होती है। यह विशेषकर उन स्थानों पर काम करता है जहाँ कुछ स्थानों पर काम न करने वाला पानी आता है।
Highlights
जल पवन में आरओ और मेम्ब्रेन जैसी घटक होते हैं, जो पानी को शुद्ध करते हैं। हालांकि, समय-समय पर इसका बदलाव करने की आवश्यकता होती है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो जल पवन बिगड़ सकता है और पानी को ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पाता है। हम आपको बताएंगे कि आरओ को कब बदलना चाहिए।
6 से 8 महीने में बदलवाएं फिल्टर (When should RO filter be changed)
विशेषज्ञों के अनुसार, हर 6 से 8 महीने में फिल्टर को बदल लेना चाहिए। फिल्टर और मेम्ब्रेन के बारे में सही जानकारी आपको मैनुअल बुक में भी आसानी से मिल जाएगी। RO वॉटर प्यूरीफायर को नियमित रूप से अपडेट करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि पानी से प्रदूषक फिल्टर सतह पर जमा हो जाते हैं।
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समय के साथ, ये प्रदूषक फिल्टर को ब्लॉक कर सकते हैं जिसके बाद फिल्टर की कैपेसिटी कम हो जाती है और पानी की क्वालिटी प्रभावित हो सकती है।
RO वॉटर प्यूरीफायर में दो प्रकार के फिल्टर होते हैं- जिसमें सेडिमेंट फिल्टर और कार्बन फिल्टर होते हैं। सेडिमेंट फिल्टर पानी में मौजूद बड़े कणों को हटाते हैं, जबकि कार्बन फिल्टर क्लोरीन और बाकी खतरनाक प्रदूषण को हटाते हैं।
टैंक की सफाई भी जरूरी (When should RO filter be changed)
आपका RO वॉटर प्यूरीफायर साफ और सुरक्षित पानी देने लिए डिज़ाइन किया गया है। हालांकि, समय के साथ पाइप और टैंक में प्रदूषण जमा हो सकता है। इससे पानी की गुणवत्ता पर असर हो सकता है और प्यूरीफायर के प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है। इसलिए समय-समय पर सफाई करते रहना जरूरी है।